सामग्री
बासमती चावल -- एक कप
चीनी----------- ३/४ कप
घी--- ----------दो बड़े चम्मच
काजू-----------दो चम्मच
किशमिश-------दो चम्मच
केसर-----------दो चुटकी
विधि--
चावल को साफ़ करके एक घंटा भीगने दें। एक बड़े बर्तन में चावल को ज्यादा पानी डाल कर आंच पर चढ़ा दें। केसर को पानी में घोल कर इसमें मिला दें। एक खौल आने पर आंच धीमी कर दें और चलाते रहें। चावल का एक दाना लें उसको उंगली से दबा कर देखें, जब दो कनकी रह जाएँ तब उसे आंच से हटा लें और एक कपड़े से छान लें। इससे हमें अधपका और मांड निकला चावल मिलेगा।
एक भारी तली के बर्तन में थोड़ा घी डाल कर फैला लें अब इसमें चावल, चीनी और घी की पर्त लगाते जाएँ बीच बीच में काजू और किशमिश भी डाल दें। इसको बहुत ही धीमी आंच पर रख दें। जब चीनी पूरी तरह घुल जाए तो आंच बंद कर दें। कुछ देर दम होने दें । ज़र्दा तैयार है। गरमा गरम परोसें।
ध्यान रखें ----
चावल पकाते समय पानी की मात्रा ज्यादा रखें।
चावल अधपका ही रखें।
भारी तली का बर्तन न हो तो बर्तन को तवे के ऊपर रख कर पका सकते हैं।
चीनी घुलने के बाद यदि चावल सख्त या ऐंठा लगे तो उसमें पानी न डालें उसकी जगह कुछ चम्मच दूध का प्रयोग कर सकते हैं।
Sunday, February 1, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
वाह, वाह जायका.
ReplyDeleteनया ब्लॉग बढ़िया जायके के साथ बधाई
ReplyDeleteआपने वहाँ बताया हम यहाँ आ गये, कुछ नया सीखने को
ReplyDelete----------
ज़रूर पढ़ें:
हिन्द-युग्म: आनन्द बक्षी पर विशेष लेख
बहुत बढिया...;
ReplyDelete'गुरु' जी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। ब्लॉगिंग के क्षेत्र में मैं नई हूँ। इसमें कहीं समस्या आई तो सहायता के लिए जरूर आऊंगी।
ReplyDeleteबहुत खूब जी, सुँदर जायकेदार व्यँजन बतलाया स्वागत है !
ReplyDelete- लावण्या
thanks for new and tasty dish.
ReplyDeletehttp://ashokvichar.blogspot.com
Kya kabhi maibhee apnaa zaykaa aapko chakha saktee hun ??
ReplyDeleteBohot khushee hogee...!
Swagat aur anek shubhechhayen...mere blogpe aanekaa snehil nimantran bhee..
ज़रूर शमा जी। मुझे इंतज़ार रहेगा।
ReplyDeleteपढ़ कर मज़ा आ गया .. शिखा जी ये कभी खाने को भी मिलेगा.. बधाई एक अच्छी रेसेपी के लिए और पकवानों का भी इंतेज़ार रहेगा.
ReplyDeleteआज ही अपनी पत्नी से इसे बनवाकर इसका जायका लेता हूं फिर आपको इस पर टिप्पणी दूंगा। तब तक इतना ही।
ReplyDeleteश्याम बाबू शर्मा
http://shyamgkp.blog.co.in
http://shyamgkp.blogspot.com
http://shyamgkp.rediffiland.com
E mail- shyam_gkp@rediffmail.com
आज आपका ब्लॉग देखा....... बहुत अच्छा लगा. मेरी कामना है की आपके शब्दों को नए अर्थ, नई ऊर्जा और विराट सामर्थ्य मिले जिससे वे जन सामान्य के सरोकारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम बन सकें.....
ReplyDeleteकभी समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर पधारें-
http://www.hindi-nikash.blogspot.com
सादर-
आनंदकृष्ण, जबलपुर